महिला आईपीएस अधिकारी को उपमुख्यमंत्री अजित पवार की धमकी.

महिला आईपीएस अधिकारी को उपमुख्यमंत्री अजित पवार की धमकी.

वर्धा में विभिन्न संगठनों का जोरदार विरोध!

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार द्वारा कर्तव्यनिष्ठ महिला आईपीएस अधिकारी अंजना कृष्णा को फोन पर अनुचित ढंग से दबाव डालने और धमकाने की गंभीर घटना सामने आई है। यह घटना राज्य की कानून व्यवस्था पर सीधा दबाव बनाने वाली और पूरी तरह असंवैधानिक मानी जा रही है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 के अनुसार सभी नागरिकों को समान कानून का संरक्षण प्राप्त है, लेकिन सत्ता के पद पर बैठे लोग ही जब निजी स्वार्थ के लिए कानून का उल्लंघन करते हैं, तो यह लोकतंत्र के लिए घातक साबित होता है।

इस घटना के खिलाफ महाविकास आघाड़ी और वर्धा के विभिन्न जनसंगठनों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। आंदोलन के दौरान जमकर नारेबाजी की गई और अजित पवार पर तुरंत कार्रवाई की मांग उठी। इस आंदोलन में किसान अधिकार अभियान, राष्ट्रवादी कांग्रेस, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, शिवसेना (उद्धव बाळासाहेब ठाकरे), रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया, युवा संघर्ष मोर्चा, सत्यशोधक समाज, आम आदमी पार्टी, किसान सभा और आदिवासी कांग्रेस कमिटी समेत कई संगठनों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए।

इस विरोध में अविनाश काकड़े, सुनील राऊत, मनोज चांदुरकर, यशवंत झाडे, द्वारका इमडवार, भैय्या देशकर, प्रमोद भोबले, महेंद्र मुनेश्वर, सुदाम पवार, प्रा. प्रवीण भोयर, किरण ठाकरे, प्रा. जनार्दन देवतळे, नितेश कराळे, मंगेश शेंडे, सुनील घीमे, संजय काकडे, नरेंद्र मसराम, मिलिंद हिवलेकर, संदीप किटे, सतीश आत्राम, प्रवीण पेठे, योगेश घोगरे सहित खुशाल बावणे, अजय हिवंज, विनोद पांडे, गौरव खोपाळ और इंजी. शशिकांत विरखेडे जैसे कई पदाधिकारी व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। आंदोलन के माध्यम से महिला अधिकारी अंजना कृष्णा को दी गई धमकी पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई।